संस्कृति हेरैटी गैल कहटी थारु अगुवा चिन्तित [थारु भाषा]
प्रेम दहित/धनगढी।
थारु समुदायके संस्कृति हेरैटी गैल कहटी आब पहिचान जोगाइक लाग संस्कृति बचाउ अभियान आवश्यक रहल थारु अगुवाहुक्रे बटैले बाटै। जखोर लेक परिषद नेपालके आर्थिक सहयोग तथा थारु नागरिक समाज कैलालीके आयोजनामे शनिच्चरके रोज धनगढीमे हुइल थारु सम्वत, संस्कृति ओ पहिचानके लाग हमार भूमिका विषयक अन्तरक्रिया कार्यक्रममे थारु अगुवाहुक्रे संस्कृति हेरैटी गैल कहटी चिन्ता व्यक्त करटी संस्कृति बचाउ अभियान आवश्यक रहल बटैलै।
थारु समुदायके अपने भेषभुषा, चालचलन, रितिसंस्कृति लवाईखवाई, पहिरन पोषक, गीतबाँस रहलेसेफे आब हेरैटी गैल ओरसे भावी पुस्टाहे हस्तान्तरण करे सेक्जाई की नाइसेक्जाई कना चिन्ता रहल कहले रहिट।
विज्ञ सदस्य एशिया महादेश संयूक्त राष्ट्र संघ आदिबासी जनजाती सवालके लाग स्थाई मञ्च आर्थिक तथा सामाजिक परिषद न्यूयोर्कके सदस्य फूलमान चौधरीके वर्का पहुनामे हुइल कार्यक्रममे उहाँ कहलै हम्रे थारु संस्कृतिके धनी समुदाय रहले ओरसे अपन संस्कृति बचैनामे अपनही जागरुक हुइना जरुरी बा। थारु महिलनके लगैना कचौटीदार पहिरन लेहङगा अन्तर्राष्ट्रिय जेनेभा कन्फ्रेसमे उत्कृष्ट पोशाकके रुपमे सुचिकृत हुइल बटैटी यहाँसे संस्कृतिके बाट उठैलेसे उहाँ अपने बाट धरना सहजुल हुइना विज्ञ सदस्य फुलमान कहलै।
थारु कल्याणकारिणी सभाके केन्द्रीय सदस्य तथा थरुहट तराई नेपालके केन्द्रीय अध्यक्ष भानुराम थारु अधिकार सुनिश्चितके लाग एक ढिक्का हुके आन्दोलनके विकल्प नाइरहल बटैलै। थारु कल्याणकारिणी सभाके केन्द्रीय सह–उपमहामन्त्री इन्दिरा चौधरी थारु समुदायमे लगैना पहिरन ओ खानपान यैसिन बा ओसिन कहटी गैरथारु गिज्याइल कारण थारुहुक्रे खानपान ओ लगान छोरल बटैली।
नेपाली काँग्रेसके पूर्व जिल्ला सचिव रामचरण चौधरी थारुहुक्रे औरेक बहकाउमे अपन रिति संस्कति मारल बटैलै। सुभसाइटमे थारु समुदायके उज्जर टीका रहना मने आजकाल्ह हेराइल उहाँ कहलै। थारु नागरिक समाजके सदस्य रामदास चौधरी भाषा, धर्म, रिति संस्कृतिमे प्रहार हुसेकल ओरसे फेरसे पहिलेक अवस्थामे नन्ना समय लग्ना बटैलै।
नेपाल बार एशोशिसयनके पूर्व केन्द्रीय उपाध्यक्ष जोहारी लाल चौधरी पुर्खानसे सिखाइल रिति संस्कृति परम्पराहे पूस्तान्तरण कैना जरुरी रहल बटैलै। लौव पुष्टाहे पुरान संस्कृति हस्तान्तरण करे नाइसेक्लेसे पहिचान नाइबच्ना उहाँ कहलै। थारु सम्वतके बारेमे जानकारी डेटी थारु अगुवा तथा लुथ्ररन विश्व फेडरेशनके अधिकृत बालकृष्ण चौधरी पुर्खानसे सिखाइल चालचलन, रिति संस्कृति बचैना यूवापुस्त जागरुक हुइना आवश्यक रहल बटैलै।
रानाथारु संयूक्त संघर्ष समितिके सदस्य तथा फोरम लोकतान्त्रिकके क्षेत्रीय अध्यक्ष गोविन्दराज राना थारु, रानाथारु ओ कठरियाथारुके भाषा, रिति संस्कृतिमे बाहिय प्रहार हुसेकल ओरसे आब संस्कृति बचाउ अभियान नाइकरलेसे भावी पुस्टामे हस्तान्तरण करे नाइसेक्ना बटैलै।
हम्रे अपन बाल बच्चनहे औरेक भाषा सिखैना, अपन भाषाहे हेल्हा करल ओरसे हमार सन्तती हमार भाषा विस्रैटी रहल उहाँ कहलै। अब्बे अपन भाषा, अपन रिति संस्कृति परम्परा नाइसिखाब कलेसे हमार पुस्टा बोल्ना भाषा, अर्थ कुछ नाइजन्ही उहाँ कहलै। थारु महिला सभाके अध्यक्ष दुर्गा कुश्मी संस्कृति पहिचान ओ परम्परा जोगैनामे महिला ढेर भूमिका खेल्टी रहल बटैली।
भोज विहा, टरटिहुवारमे महिलाहुक्रे थारु समुदायके परम्परागत पहिरन, गरगहना लगान लगैना मने पुरुषहुक्रे कबु अपन लगैना पोशाक नाइलगाइल उहाँ कहली। संस्कृतिके बचाउ कैना बा कलेसे महिला पुरुष जागरुक हुके जैना जरुरी रहल उहाँ कहली ।
धनगढी उपमहानगरपालिका–५ तारानगरके भल्मन्सा गोठुराम चौधरी थारु समुदायके भाषा धर्ममे टिखा प्रहार हुइल बटैलै। टरटिहुवारमे पूजा पाठ अलगे, डेउथान अलग रहल मने आजकाल्ह शैली बडल्टी गैल ओ पहिलेक चलन हेरैटी गैल कहलै।
कार्यक्रममे कैलाली जोनापुरके महिला भल्मन्सा सिता चौधरी, कनरीके छुटकी भल्मन्सा रामबहादुर चौधरी, श्रीपुरके भल्मन्सा जनक चौधरी, विजौडाके भल्मन्सा कलमदास चौधरी लगायत अधिकार सुनिश्तिताके लाग सक्कु थारु एकजुटहुके आघे बह्रे पर्ना बटैलै। कार्यक्रम थारु नागरिक समाजके संयोजक दिल बहादुर चौधरीके अध्यक्षतामे हुइल रहे। कलेसे संचालन सचिव ठाकुरप्रसाद करियाप्रधान करले रहिट।
Facebook Comment