संस्कृतिविद्व अशोक थारु सम्मानित (थारु भाषा)
अविनाश चौधरी, धनगढी- थारु लोकसंस्कृतिके रसिया संस्कृतिविद्व अशोक थारु धनगढीमे सम्मानित हुईल बटैं। थारु लोककलाके खोज अनुसन्धानमे महत्वपूर्ण योगदान देहल कदरकर्ती सुदूर पश्चिमाञ्चल साहित्य समाज उहाँहे सम्मान करल हो। दाङ जिल्लाके हेकुलीमे जरमल थारु लोककला संरक्षणके लाग लम्बा समयसे योगदान देती आइल सम्मानपत्रमे लिखल बा।
सन १९८९ मे पेरिसके ‘सेन्ट्रल नेशनल साइन्टिफिक रिसर्च’ कना संस्थासे कैगिल डंगौरा थारुनके ‘सोसियो कल्चर’ खोजमे उहाँ सहायक होके काम कर्लै। ओकरपाछे सन १९९८ मे बर्कीमारहे अन्तराष्ट्रियकरण करकलाग अंग्रेजी अनुवाद कर्ना टिममे फेन थारु सहभागि रहँलैं।
थारु लोकवार्ता तथा लोकजीवन किताब लिख्नामे फेन हाथ दारल उहाँ थारु लोकसंस्कृति ओ लोकसंगीतके तत्वके विश्लेषणमे अभिनसम् निरन्तर लागल बटाँ। विज्ञ अशोक थारु बर्कीमार, सखिया, अष्टिमकी ओ कम्लहरीनके बारेम डकुमेन्ट्री फेन बनाके योगदान कर्ले बटाँ।
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