नइ डरैठ आजकलके मनै आनक ज्यान मर्ना
आजकल मनैनके ढुंगाहस हो गइल बा मन

आनक ज्यान मार्के कमैठा ढेर धन
ढेर धन डेख्के रमइठिन ओइनके मन

बर्का बर्का मनै मन्ना छोरले बटाँ लाज
गरिबके छाई छावा बिक्री हुसेक्ले बाट आज

जागिर खैना आशमे गरिबनके चेलिबेटी ढेर बिक्सेक्ला
धन कमइना अपराधी इज्जत बेच्न सिख्ला

जागिर खाइ गइलक बेला विवशता हे बुझ्ठा
विवशता हे आधार मानके रगत हमार चुस्ठा
निर्मला चौधरी
लालमटिया–१ बसन्तापुर, देउखर




Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *